गीता नगर परिसर में खाली प्लॉट बने डम्पिंग ग्राउंड, समस्यागंदगी और बढ़ती वनस्पतियों से नागरिकों का स्वास्थ्य संकट में
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गीता नगर परिसर में खाली प्लॉट बने डम्पिंग ग्राउंड, समस्यागंदगी और बढ़ती वनस्पतियों से नागरिकों का स्वास्थ्य संकट में
अकोला: अकोला महानगरपालिका क्षेत्र में कई जगह खाली प्लॉट वर्षों से गंदगी और कचरे का अड्डा बने हुए हैं. इन प्लॉटों में अनियंत्रित रूप से कचरा फेंकने, झाडियों के बढ़ने और जलभराव के कारण मच्छरों की उत्पत्ति हो रही है, जिससे डेंगू, मलेरिया और अन्य संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है. दुमौग्यवस, अकोला महानगरपालिका इस गंभीर समस्या की अनदेखी कर रही है और केवल टैक्स वसूली पर ध्यान केंद्रित किए हुए है. शहर के विभिन्न हिस्सों में खाली प्लॉट्स है, जहां आसपास के लोग घरेलू कचरा, अनुपयोगी वस्तुएं और प्लास्टिक आदि फेकते हैं. कई स्थानों पर लोग कचरा जलाते भी हैं, जिससे प्रदूषण और अस्वच्छता की स्थिति और अधिक खराब हो जाती है. यह समस्या दिन-ब-दिन विकराल होती जा रही है. लेकिन नगर निगम का इस और कोई विशेष ध्यान नहीं है. यदि नगर निगम और प्रशासन ने इस ओर गंभीरता नहीं दिखाई, तो आने वाले दिनों में यह समस्या और गंभीर रूप ले सकती है, जिससे शहर की स्वच्छता और नागरिकों का स्वास्थ्य दोनों प्रमावित होंगे.सिर्फ प्रचार तक सीमित सफाई अभियाननगर निगम की कचरा गाड़ियां शहर भर में सफाई को लेकर बड़े-बड़े संदेश देती है, लेकिन ये गाड़ियां खाली प्लॉटों में फैली गंदगी की ओर ध्यान नहीं देतीं. यहां तक कि सफाई कर्मी भी इन स्थानों की सफाई करने से बचते हैं. जबकि नागरिकों से हर महीने सफाई शुल्क लिया जाता है, फिर भी नगर निगम की ओर से इन खाली प्लॉटों की सपपई नहीं की जाती.
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मनपा को उठाने होंगे ठोस कदम
गीता नगर परिसर और शहर में खाली प्लॉटों की सफाई की जिम्मेदारी नगर निगम की है. प्रशासन को न केवल नियमित रूप से इनकी सफाई करनी चाहिए, बल्कि प्लॉट मालिकों को भी जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए. यदि वे अपने प्लॉट की सफाई नहीं करते, तो उन पर जुर्माना लगाना चाहिए, साथ ही, इन क्षेत्रों में कचरा फेंकने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिएमालिकों की बेरुखी, नागरिकों की परेशानीशहर में निवेश के उद्देश्य से कई लोगों ने प्लॉट खरीदकर छोड़ दिए हैं, लेकिन इनमें से कई मालिक शहर से बाहर रहते हैं और वर्षों तक अपने प्लॉट की देखभाल नहीं करते.ऐसे खाली प्लॉटों में कंटीली झाड़ियां और जहरीली वनस्पतियां तेजी से फैलती हैं, जो आसपास रहने वाले नागरिकों के लिए मुसीबत का कारण बन रही हैखाली प्लॉटः निवेश का साधन, समस्या की जड़शहर के प्रमुख्य हिस्सों में डॉक्टर्स, इंजीनियर, प्रोफेसर और व्यापारी वर्ग ने अपनी अतिरिक्त पूंजी को प्लॉटों में निवेश किया है. लेकिन इन प्लॉटों की सफाई और देखभाल की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण ये गंदगी और चीमारियों का स्रोत बनते जा रहे हैं.